🌹🌹🌹समर्थ साईं और श्री हनुमान जी 🌹🌹🌹
समर्थ साईं साहेब जगजीवन दास जी बड़े ही सरल जीवन शैली में रहा करते थे एवं सफेद वस्त्र व पगड़ी धारण करते थे एवं आप अपने घर के सामने के चबूतरे पर सदैव ही ध्यान अवस्था में ध्यान सुमिरन किया करते थे एक बार की बात है कि आप ऐसे ही ध्यान अवस्था में ध्यान सुमिरन में तल्लीन थे तभी आनंदित एवं प्रसन्न मुख वाले तेज स्वरूप अंजनी नंदन राम भक्त हनुमान जी ने आप को दर्शन दिया और कहा कि हे कमला सुत हे जगजीवन सिंगरफी रंग बड़ा ही प्यारा है बड़ा ही सुंदर और मनमोहक और मन को आनंद देने वाला है या ज्यादा गाढ़ा भी नहीं है और ज्यादा हल्का भी नहीं है अतः या मन को बहुत भाता है ऐसा कहकर मारुति नंदन अंतर्ध्यान हो गए जब समर्थ साहेब जगजीवन दास ने स्वयं के वस्त्रों की ओर देखा तो सारे ही वस्त्र सिंगरफी रंग के हो गए थे पगड़ी भी सिंगरफी रंग की हो गई थी और सारे ही वस्त्र सुगंध मय हो गए थे समर्थ स्वामी जगजीवन दास जी ने इसे हनुमान जी का ही आदेश मानकर सिंगरफी रंग को अपना लिया तबसे सतनामी संतो ने भी इसी रंग को महत्व दिया और इस तरह हनुमान जी सतनाम पंथ में पूजनीय हो गए शुभ सतनाम बंदगी🌹🌹🌹 |
Wednesday, March 27, 2019
कीर्ति गाथा 20
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